THE 2-MINUTE RULE FOR रंगीला बाबा का खेल

The 2-Minute Rule for रंगीला बाबा का खेल

The 2-Minute Rule for रंगीला बाबा का खेल

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'मोहम्मद शाह रंगीले सजना, तुम्हारे बिना काले बादल दिल को नहीं भाते.'

राम मनोहर लोहिया से महात्मा गांधी ने जब सिगरेट छोड़ने के लिए कहा

‘उसका कॉल आया था…’, जिम मालिक हत्याकांड में गिरफ्तार गैंगस्टर हाशिम बाबा का बड़ा खुलासा, सुनकर चौंकी पुलिस

कई राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री रह चुके हैं नाटिका में अतिथि

किसी किले की तरह ये आश्रम दिखता है. बाबा के दूसरे आश्रमों में भी इसी तरह का नजारा है. लगभग सभी आश्रम कई फुट ऊंची मजबूत दीवारों से घिरी हैं. कानपुर आश्रम में गेट के भीतर फूलों की ताजा लड़ियां करीने से लगी है, तैयारी पूरी है. बाबा आए या ना आए, लेकिन आश्रम को सजा रखा जाता है.

शफ़ीक़ुर्रहमान 'तुज़क-ए-नादरी' में इसका वर्णन विस्तार से करते हैं. 'हम ने कृपा की प्रतीक्षा कर रहे मोहम्मद शाह को इजाज़त दे दी कि अगर उसकी नज़र में कोई ऐसी चीज़ है जिसको हम बतौर तोहफ़ा ले जा सकते हों और ग़लती से याद न रही हो तो बेशक़ साथ बांध दे.

वाराणसी: कॉमेडियन श्याम रंगीला ने कहा- मैंने नामांकन दाख़िल कर दिया है...

 सेवादार बनने के लिए एक औपचारिक आवेदन प्रक्रिया होती है, जिसके बाद सिलेक्शन किया जाता है. फिर उन्हें पेमेंट, भोजन और आश्रम में ही रहने की सुविधा मिलती है.

लोग दहाड़े मार-मार कर रो रहे थे और बार बार कहते थे कि हमारे बग़ैर लाल क़िला खाली खाली सा लगेगा. ये हक़ीक़त थी कि लाल क़िला हमें भी खाली खाली लग रहा था.'

कासगंज के बहादुरनगर स्थित पटियाली गांव में बाबा का भव्य आश्रम है. इसी गांव में बाबा का जन्म हुआ था. यहीं से बाबा के साम्राज्य की शुरुआत हुई थी. बाबा का सबसे पुरान आश्रम

कांग्रेस पार्टी के नेता सुरेंद्र राजपूत ने समाचार एजेंसी पीटीआई से श्याम रंगीला के मुद्दे पर कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत हरेक व्यक्ति नामांकन फॉर्म भरने के लिए स्वतंत्र है."

इस एक्ट को टीवी पर नहीं दिखाया गया और अंतिम क्षणों में श्याम रंगीला को कुछ और करने को कहा गया.

उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से मुस्लिम here धर्म और कुरान पाक का प्रचार नहीं होता है. मुसलमान और कुरान ऐसी घटनाओं से बदनाम हो रहे है.

ये सब कहने के बावजूद प्रतिकूल हालात, बाहरी हमलों और ताक़तवर दरबारियों की साज़िशों के दौरान मुग़ल सल्तनत की बिखरी हुई चीज़ों को संभालकर रखना ही मोहम्मद शाह की सियासी कामयाबी का सबूत है. उनसे पहले सिर्फ़ दो मुग़ल बादशाह अकबर और औरंगज़ेब ही हुए हैं जिन्होंने मोहम्मद शाह से लंबी हकूमत की.

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